
पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गैविरिया (Pablo Emilio Escobar Gaviria)
पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गैविरिया (Pablo Emilio Escobar Gaviria) का जन्म 1 दिसंबर 1949 को कोलंबिया के रियोनेग्रो में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में एक खतरनाक और विवादित छवि बनाई, जिससे उन्हें ‘ड्रग लॉर्ड’ के रूप में जाना जाने लगा। वह 1970 और 1980 के दशक में कोलंबिया के मेडेलिन कार्टेल के संस्थापक और नेता थे, जो दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे संगठित ड्रग तस्करी का गिरोह था। इस कार्टेल ने दुनियाभर में लाखों डॉलर की कोकीन की तस्करी की, जिससे एस्कोबार को “किंग ऑफ कोकीन” का उपनाम मिला।
एस्कोबार का शुरुआती जीवन काफी साधारण था। उनके पिता एक किसान थे और मां एक स्कूल शिक्षक थीं। बचपन से ही एस्कोबार को पैसे की चाहत थी और उन्होंने कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने सबसे पहले छोटी-छोटी चोरी और तस्करी की शुरुआत की, और धीरे-धीरे बड़े अपराधों में शामिल हो गए। 1970 के दशक के मध्य में, उन्होंने कोकीन तस्करी के व्यवसाय में कदम रखा और यह उनके जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
पाब्लो एस्कोबार ने मेडेलिन कार्टेल की स्थापना की, जिसने कोकीन उत्पादन और तस्करी पर नियंत्रण प्राप्त किया। यह कार्टेल 1980 के दशक में अमेरिका में 80% से अधिक कोकीन की आपूर्ति करता था। एस्कोबार की आय तेजी से बढ़ने लगी और वह जल्द ही दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बन गए। 1989 में, ‘फोर्ब्स’ पत्रिका ने उन्हें दुनिया का सातवां सबसे अमीर व्यक्ति घोषित किया। एस्कोबार का कारोबार इतना बड़ा था कि उसने अपने लाभ का एक बड़ा हिस्सा अपने गृह नगर मेडेलिन और अन्य गरीब क्षेत्रों में पुनर्निर्माण के लिए दान किया। उसने सड़कों, अस्पतालों, स्कूलों और घरों का निर्माण कराया, जिससे उसे ‘रॉबिन हुड’ की छवि भी मिल गई।
हालांकि, पाब्लो एस्कोबार की जीवनशैली और क्रूरता की कोई सीमा नहीं थी। उसने अपनी ताकत और पैसे का इस्तेमाल भ्रष्टाचार और हिंसा के माध्यम से अपने प्रतिद्वंद्वियों और अधिकारियों को खत्म करने के लिए किया। उसके आदेश पर हजारों लोगों की हत्या की गई, जिसमें पुलिस अधिकारी, न्यायाधीश, राजनेता, और यहां तक कि निर्दोष नागरिक भी शामिल थे। एस्कोबार ने 1989 में एविएंका फ्लाइट 203 को उड़ाने का भी आदेश दिया, जिसमें 107 लोग मारे गए। इसका उद्देश्य एक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को मारना था, जो एस्कोबार का कड़ा विरोधी था।
एस्कोबार की ताकत और प्रभाव इतना बढ़ गया था कि उसने 1982 में कोलंबिया के कांग्रेस में एक सीट भी जीती थी। हालांकि, उसकी अपराध गतिविधियों की सच्चाई सामने आने के बाद, उसे कांग्रेस से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद, कोलंबिया की सरकार और अमेरिकी ड्रग एजेंसियों ने उसे पकड़ने के लिए व्यापक प्रयास शुरू किए। एस्कोबार ने अपनी सुरक्षा के लिए कई उपाय किए, जिनमें अपने लिए एक निजी जेल का निर्माण भी शामिल था, जिसे ‘ला कैथेड्रल’ के नाम से जाना जाता है। 1991 में, उसने सरकार के साथ एक समझौता किया और इस जेल में खुद को बंद कर लिया, लेकिन वह यहां भी अपने ड्रग साम्राज्य का संचालन करता रहा।
1992 में, एस्कोबार जेल से भाग निकला, जिसके बाद उसके लिए कोलंबिया सरकार और अमेरिकी एजेंसियों ने एक व्यापक मानव शिकार शुरू किया। इस दौरान, एस्कोबार ने अपने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए लगातार स्थान बदलना शुरू किया। 2 दिसंबर 1993 को, कोलंबिया की नेशनल पुलिस ने मेडेलिन में उसकी लोकेशन ट्रैक कर ली और एक मुठभेड़ में उसे मार गिराया। उसकी मृत्यु ने मेडेलिन कार्टेल के साम्राज्य को लगभग समाप्त कर दिया, लेकिन उसके जीवन और कृत्यों ने कोलंबिया और पूरी दुनिया में एक गहरा प्रभाव छोड़ा।
पाब्लो एस्कोबार की कहानी आज भी अपराध, भ्रष्टाचार, और अनैतिकता की मिसाल के रूप में देखी जाती है। उसकी जीवन यात्रा ने दिखाया कि अत्यधिक धन और शक्ति कैसे एक व्यक्ति को अंधकार में धकेल सकती है, और कैसे उसने न केवल खुद को बल्कि पूरे देश को हिंसा और भ्रष्टाचार की आग में झोंक दिया। उसकी विरासत आज भी विवादित है, जहां कुछ लोग उसे एक क्रूर अपराधी मानते हैं, जबकि अन्य उसे एक रॉबिन हुड के रूप में याद करते हैं, जिसने गरीबों के लिए भी बहुत कुछ किया।
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